Saturday, July 31, 2010

माँ नहीं मरती

माँ तो कभी मरती ही नहीं है/
वह जिन्दा रहती है/
सांसो में/
नशों में दौड़ती लहू में/
उठती-झुकती पलकों में/
हवाओ से खेलती लटो में/
माँ जिन्दा रहती है/
शब्दों में/
हमारी भावनाओं में/
दीवारों पर टंगी तस्वीरों में/
पैंट में लगे पैबंद में/
शर्ट के टूटे बटन में/
माँ जिन्दा रहती है/
उजाले में/
शाम और रात के अँधेरे में/
आती-जाती हवाओं में/
आँगन में खिले फूलों में/
तुलसी के पत्तो में/
माँ जिन्दा रहती है/
सांसों में/

Tuesday, July 27, 2010

विदेशी आएंगे देश, हम जाएंगे परदेस



जिस वक्त राजधानी में कॉमनवेल्थ गेम्स हो रहे होंगे उसी वक्त यहां के लोग विदेशों की सैर पर होंगे। लोगों ने टूर ऑपरेटरों से प्रोग्राम की बुकिंग भी करवानी शुरू कर दी है। यही नही अब तो आलम यह है कि थाईलैंड, मकाऊ व हांगकांग की सीटें अब लगभग फुल होने की स्थिति में है। दरअसल यह सब कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान एक साथ लगातार दो सप्ताह तक पड़ने वाली छुट्टियों के कारण हो रहा है। कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान राजधानी के लगभग सभी सरकारी व गैर सरकारी स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे। इसके अलावा सरकारी और गैर सरकारी महकमों में भी अवकाश रहने वाला है, जिसे देखते हुए टूर ऑपरेटरों के पास अभी से विदेश घूमने वालों ने बुकिंग करवानी शुरू कर दी है। डोमेस्टिक टूर ऑपरेटर के अध्यक्ष राकेश लाम्बा के अनुसार कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान एक साथ दो सप्ताह की छुट्टियां पड़ रही हैं, जिसमें लोग बाहर घूमने जाना चाहते है। लाम्बा के अनुसार डोमेस्टिक टूर महंगा होने से लोग अब विदेश जाना ज्यादा पसंद कर रहे है। इससे घरेलू पर्यटन को नुकसान तो है लेकिन यहां हवाई फेयर और होटलों का किराया इतना महंगा है कि लोग विदेश घूमना ही ज्यादा पसंद कर रहे है। लाम्बा के अनुसार खेल के दौरान विदेश जाने के लिए लोगों ने बुकिं ग शुरू करा दी है। इसके लिए टूर ऑपरेटरों ने पैकेज देना भी शुरू कर दिया है, जिसमें 20-25 हजार में एक व्यक्ति थाईलड में पांच रात और छह दिन घूम सकता है। इतना ही नही इसी कीमत में वह वहां खाना भी खा सकता है और साईट सीन भी देख सकता है। वही अगर कोई पां च दिनों के लिए गोवा घूमने जाना चाहता है तो उसे सिर्फ आने-जाने के लिए ही हवाई किराए के लिए 10 हजार रुपए चुकाने होंगे। इसके बाद पांच सितारा होटल में ठहरने के लिए अलग से 15-20 हजार रुपए देने होंगे।

Tuesday, July 20, 2010

वेटिंग की ई-टिकट थमा देते है, कंफर्म नहीं होने पर पैसा भी नहीं वापस करते

रेल यात्रियों को एजेंट ई-टिकट (वेटिंग) की आड़ में चपत लगा रहे हैं। इन एजेंटो का मुख्य जोर प्रतीक्षा की ई-टिकट दिल्ली के बाहर के लोगों के हाथ बेचने की होती है जिससे कि टिकट के कन्फर्म नहीं होने की स्थिति में जरूरतमंद यात्रियों को पैसा वापस न करना पड़े। नई दिल्ली व पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन स्थित रिजेर्वेशन काउंटर पर हर वक्त टिकट बुक कराने वालों की लगने वाली भीड़ ने एजेंटों के लिए कमाई के द्वार खोल दिए हैं। घंटों कतार में खड़े होने से बचने के लिए दूसरे शहरों से आने वाले ये यात्री एजेंटों के पास पहुंचते है और उनके हाथों लूटने को मजबूर हो रहे हैं। यात्रियों को खुलेआम लूटने का यह धंधा नई दिल्ली व पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशनों के पास अवैध रूप से इंटरनेट के माध्यम से ई-टिकट बेचने वाले एजेंट कर रहे हंै।
एजेंटो द्वारा यात्रियों को लूटने का तरीका ऊपरी तौर पर तो पूरी तरह से कानूनी लगता है लेकिन है यह गैर कानूनी। सूत्रों के अनुसार एजेंटों के पास जैसे ही कोई यात्री ई-टिकट के लिए आता है तो वह उनसे उसकी आईडी (पहचान पत्र) मांगते है और उसमें जब यात्री का पता राजधानी से सैकड़ों किलोमीटर दूर का लिखा होता है तो उससे वह दिल्ली आने जाने के बारे में जानकारी लेते है। जब एजेंट इस बारे में पूरी तरह से आश्वस्त हो जाता है कि वेटिंग ई- टिकट लेने वाला यात्री महीने भर में फिर दोबारा नही आने वाला है तो ऐसे यात्रियों को वह वेटिंग का ई-टिकट थमा देते है। जबकि नियमों के अनुसार इंटरनेट के माध्यम से लिया गया वेटिंग के ई-टिकट पर यात्रा नही किया जा सकता है। वहीं दूसरी ओर टिकट के कन्फर्म नही होने की स्थिति में आईआरसीटीसी की ओर से एजेंट के खाते में टिकट का पैसा वापस आ जाता है। जबकि दूसरे शहर में जा चुका यात्री न तो उस पैसे को पाने के लिए एजेंट के पास आता है और न ही उसकी शिकायत ही वह कही कर पाता है। जबकि आईआरसीटीसी का कहना है कि ऐसे एजेंटो की शिकायत के लिए बकायदा एक शिकायत प्रकोष्ठबना हुआ है। जिसमें यात्री शिकायत कर सकते हैं। इसके अलावा वह 139 पर भी फोन कर के अपनी शिकायत दर्ज करा सकते है और उनकी शिकायत पर फौरन कार्रवाई होती है। लेकिन उनके पास इस बात का कोई जवाब नही है कि ऐसे एजेंटों से बचने के लिए आईआरसीटीसी या रेलवे ने कभी कोई जागरूकता अभियान चलाया हो।

ताजमहल का दीदार कराएगी कॉमनवेल्थ गेम्स एक्सप्रेस



विदेशियों में ताज के प्रति क्रेज को देखते हुए भारतीय रेलवे ने इसे भुनाने की योजना बनायी है। योजना के मुताबिक कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान राजधानी में जुटने वाले विदेशी पर्यटकों को प्रेम के प्रतीक ताज के दीदार कराने के लिए विशेष ट्रेन चलायी जाएगी। पैलेस ऑन व्हील्स की तर्ज पर यह विशेष ट्रेन विदेशियों को दिल्ली से आगरा व आगरा से दिल्ली की सैर कराएगी। ट्रेन के किराए में आने-जाने का किराया व अन्य खर्च शामिल होगा। उत्तर रेलवे के एक वरिष्ठअधिकारी के अनुसार कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान (3 अक्टूबर से 14 अक्टूबर के बीच) यह विशेष ट्रेन चलायी जायेगी। इसके लिए उत्तर रेलवे उत्तर प्रदेश सरकार के साथ बातचीत कर रही है। जानकारी के अनुसार दिल्ली आने वाले 90 फीसद विदेशी मेहमानों की हसरत प्रेम का प्रतीक ताजमहल देखने की होती है और उनकी इस हसरत को पूरा करने के लिए नई दिल्ली से अगरा के बीच एक विशेष ट्रेन चलाये जाने की योजना है।

इंटरसिटी की तर्ज पर चलायी जाने वाली यह ट्रेन पूरी तरह से शताब्दी जैसी सुविधा से युक्त होगी। यह ट्रेन तड़के सुबह नई दिल्ली से आगरा के लिए चलेगी और उसी दिन देर शाम को आगरा से नई दिल्ली वापस पहुंचेगी। ट्रेन का किराया और उसके चलने और वापसी का समय अभी तय नही हुआ है। यह ट्रेन केवल खिलाड़ियों तथा खेल प्रतिनिधियों के लिए होगा। इस ट्रेन में इनके अलावा किसी अन्य के सफर करने की अनुमति नही होगी। इस विशेष ट्रेन में खिलाड़ियों और प्रतिनिधियों के लिए विशेष सुरक्षा के भी इंतजाम होंगे। जानकारी के अनुसार उत्तर रेलवे की योजना खेल के दौरान इस ट्रेन को नई दिल्ली और अगरा के बीच 10-11 फेरे चलाने की है। उत्तर रेलवे ने इस विशेष ट्रेन को चलाये जाने की मंजूरी का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड के पास भेजा है। उत्तर रेलवे के वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी मनीष तिवारी ने कहा कि हां हमारी योजना नई दिल्ली और आगरा के बीच इस विशेष ट्रेन को चलाने की है और हमें उम्मीद है कि हम इसमें कामयाब होंगे

Saturday, July 10, 2010

600 करोड़ का नुकसान

महंगाई के विरोध में भाजपा और वाम दलों द्वारा आहूत भारत बंद का असर राजधानी के सभी थोक व खुदरा बाजारों पर देखने को मिला। थोक बाजारों के बंद होने से कम से कम छह सौ करोड़ रुपए का कारोबार प्रभावित हुआ जबकि इससे सरकार को लभगभ 65 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। राजधानी में पहली बार ऐसा हुआ है कि बंद में यहां के सभी छोटेबड़ े बाजारों की दुकानें पूरी तरह से बंद रही। यहां पर लगभग 300 छोटे-बड़े बाजार है जिनमें दुकानदारों की संख्या हजारों में है। थोक बाजारों के एसोसिएशनों के अनुसार सोमवार के बंद से व्यापारियों को लगभग 600 करोड़ रुपए का कारोबार प्रभावित हुआ है, जबकि सरकार को टैक्स के रूप में लाखों रुपए नुकसान उठाना पड़ा है। बंद में शामिल होने वाले थोक बाजारों के एसोसिएशनों में स्टील चैम्बर्स एसोसिएशन, पेपर मर्चेन्ट एसोसिएशन, ग्रेन मर्चेन्ट एसोसिएशन, हिन्दुस्तानी मार्केन्टाइल एसोसिएशन, दिल्ली इलेक्ट्रिकल एसोसिएशन, केमिकल मर्चेन्ट एसोसिएशन तथा खारी बावली किराना कमेटी से जुड़े कारोबारी शामिल थे। बाजार एसोसिएशनों के अनुसार राजधानी में प्रतिदिन लभगभ 600 करोड़ रुपए का कारोबार होता है जो बंद की वजह से पूरी तरह से ठप रहा। कारोबार ठप होने से सरकार को भी लाखों रुपए का नुकसान हुआ जो उसे टैक्स के रूप में मिलता है। पूरी तरह से बंद रहने वाले थोक बाजारों में चावड़ी बाजार, खारी बावली, नई सड़क, नया बाजार, चांदनी चौक, भागीरथ पैलेस, लाजपत राय मार्केट, तिलक बाजार, सदर बाजार, सरोजनी नगर, साउथ एक्स, लक्ष्मी नगर, तिलक नगर, कनाट प्लेस, शंकर मार्केट, कमला मार्केट, श्रद्धानंद मार्केट, ऑटो पार्ट्स मार्केट कश्मीरी गेट आदि पूरी तरह से बंद रहे।

Sunday, July 4, 2010

मेरा पति नक्सली नहीं था’


आं प्रदेश के आदिलाबाद में जिन दो नक्सलियों को पुलिस ने मारा है उनमें से एक की पहचान बबीता पाण्डेय ने अपने पति हेमचन्द्र पाण्डेय के रूप में की है। उन्होंने कहा कि आं पुलिस दावा कर रही है कि उसने नक्सली सहदेव को मारा है जबकि वहां के अखबारों में जो फोटो छपा है वह उनके पति हेमचन्द्र पाण्डेय की है। बबीता का दावा है कि हेमचन्द्र राजधानी में रह कर कुछ एक अखबारों के लिए स्वतंत्र पत्रकारिता करते थे, लेकिन वह यह नही बता सकी कि हेमचन्द्र राजधानी में कहां रहते थे। उन्होंने कहा कि वह स्वयं हल्द्ववानी में रहती है। बबीता ने शनिवार को यहां प्रेस क्लब में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में यह दावा किया। इस मौके पर बबीता का चचेरा भाई विजय वर्धन उप्रेती, समाजसेवी व दिल्ली विश्वविद्यालय में अंग्रेजी के शिक्षक जीएन साईबाबा, राजीव लोचव शाह, आजादी बचाओ आंदोलन के नेता प्रोफेसर बनवारीलाल शर्मा आदि मौजूद थे।

अपने पति को एक ईमानदार स्वतंत्र पत्रकार बताते हुए बबीता ने कहा कि पुलिस ने आजाद के साथ मारे गए जिस व्यक्ति को सहदेव बता रही है वह दरअसल उसका पति हेमचन्द्र पाण्डेय है, जिसे पुलिस ने कहीं और मार कर अब मुठभेड़ का रूप दे रही है। बबीता ने कहा कि उसके पति दिल्ली में रहते थे और उन्होंने 30 जून को फोन करके कहा था कि वह दो दिनों के लिए नागपुर जा रहे हैं और 2 जुलाई की सुबह तक लौट आएंगे। 2 जुलाई को दो बजे तक उनका फोन नहीं आया तो उनके मोबाइल पर फोन किया लेकिन फोन स्विच ऑफ था। यह सिलसिला चार बजे तक चलता रहा। हम लोग चिंतित हो गए। लेकिन शनिवार (3 जुलाई) को इनाडू अखबार के पहले पेज पर आजाद के साथ जिस व्यक्ति की फोटो सहदेव के रूप में छपी है वह दरअसल सहदेव की न हो कर हेमचन्द्र पाण्डेय की है। उन्होंने कहा कि हेमचन्द्र को मारने वालों के खिलाफ कानून का सहारा लेंगे।

विजय वर्धन उप्रेती ने कहा कि पुलिस जिसे सहदेव बता रही है वह हेमचन्द्र पाण्डेय ही है। उन्होंने कहा कि हेमचन्द्र राजनीतिक आंदोलन से जुड़े थे और उनकी सहानुभूति समाज के प्रति थी। लेकिन विजय ने इस बात से इनकार किया कि उनका हेमचन्द्र से पिछले दो ढाई वषरे कोई संपर्क था। उन्होंने कहा कि पुलिस नक्सलवाद के नाम पर पत्रकारों और सामाजिक आंदोलनों से जुड़े लोगों को निशाना बना रही है। बनवारीलाल ने कहा कि हमें ऐसा लगता है कि हेमचन्द्र आजाद का साक्षात्कार लेना चाहते थे और इसी सिलसिले में वह आं प्रदेश गए होंगे। लेकिन यह जांच का विषय हो सकता है

Saturday, July 3, 2010

अब विदेशों में भी बात सिर्फ एक रुपए में


एमटीएनएल के उपभोक्ता दुनिया के छह प्रमुख देशों में एक रुपए प्रतिमिनट की दर से अपने परिचितों से बातचीत कर सकेंगे। इसके अलावा उपभोक्ताओं को सात देशों में बात करने के लिए तीन रुपए और 13 अन्य देशों में 5 रुपए प्रतिमिनट खर्च करने होंगे। घटी हुई दरें एक जुलाई से लागू हो जाएंगी। यह सुविधा तीन माह तक के लिए है इसके बाद उपभोक्ताओं की मांग के अनुसार इसमें बदलाव किया जाएगा। इस बात की जानकारी एक संवाददाता सम्मेलन में एमटीएनएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक कुलदीप सिंह ने दी। इस मौके पर दिल्ली सर्किल के ईडी मनजीत सिंह, अनिता सोनी (निदेशक वित्त), एके भार्गव (सीजीएम, डब्ल्यूएस) आदि मौजूद थे। कुलदीप सिंह ने कहा कि एमटीएनएल के 25 वर्ष पूरा करने पर अपने जीएसएम/2जी व 3जी मोबाइल उपभोक्ताओं को अंतरराष्ट्रीय कॉलें महज एक से पांच रुपए में करने की सौगात दे रहे है। उन्होंने बताया कि एक रुपए प्रतिमिनट में एमटीएनएल मोबाइल उपभोक्ता कनाडा, यूएसए, चीन, थाइलड, हांगकांग एवं सिंगापुर में बात कर सकेंगे। जबकि अर्जेंटीना, बहरीन, साइप्रस, जार्डन, दक्षिण कोरिया, मलेशिया तथा स्वीडन बात करने के लिए उसे प्रतिमिनट तीन रुपए देने हों गे। आस्ट्रेलिया, आस्ट्रिया, बांग्लादेश, कोलम्बिया, इंडोनेशिया, ईराक, रूस, ताइवान, उजबेकिस्तान तथा वियतनाम आदि देशों में बात करने के लिए उपभोक्ताओं को प्रतिमिनट 5 रुपए चुकाने होंगे। श्री सिंह ने कहा कि जिन 26 देशों के साथ बातचीत करने के शुल्क में कमी की गई है अब से पहले वहां बात करने के लिए उपभोक्ताओं के प्रतिमिनट 18 रुपए लगते थे। उन्होंने बताया कि हमने इस योजना को तीन माह के लिए लागू किया है बाद में उपभोक्ताओं की मांग के अनुसार इसमें बदलाव किया जाएगा। दिल्ली सर्किल के ईडी मनजीत सिंह ने कहा कि दिल्ली व एनसीआर के इंटरनेट उपभोक्ताओं के लिए बहुत जल्द 1799 रुपए में 3जी डाटा कार्ड जारी किया जाएगा। कार्ड से प्रतिमाह 10 जीबी डाटा डाउनलोड कर सकेंगे लेकिन यह सुविधा केवल दो माह के लिए होगी।

एमटीएनएल लैडलाइन नेटवर्क पर होंगी फ्री बातें


महंगाई की मार से हलकान दिल्लीवासियों को एमटीएनएल के लडलाइन फोन से 60 रुपए के अतिरिक्त शुल्क में एमटीएनएल से एमटीएनएल बेसिक व मोबाइल पर अनलिमिटेड बात करने की सौगात देगा। सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो उपभोक्ताओं को यह सुविधा इसी माह से मिलने लगेगी। प्रयोग के तौर पर अभी यह योजना कश्मीरी गेट स्थित आटो पार्ट्स दुकानदारों के बीच चल रही है। एमटीएनएल द्वारा इस सुधिवा के शुरू होने से राजधानी में स्थित उसके 15 लाख लडलाइन उपभोक्ता को फायदा होगा। इस सुविधा को शुरू किए जाने की पुष्टि एमटीएनएल के ईडी मनजीत सिंह ने दी है। उन्होंने कहा कि आज के दौर में लोग लैंडलाइन से बहुत कम फोन कर रहे हैं। ऐसे में लोगों को अब घर में रखा फोन बेकार लग रहा है। इसलिए हम अब ऐसे फोन धारकों को फोन का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करने के लिए महज 60 रुपए अतिरिक्त में दिल्लीभर में स्थित अपने लडलाइन व मोबाइल फोन पर असिमित बात करने की सुविधा देने की योजना बना रहे हैं। इस सुविधा के शुरू होने से न केवल लोग लडलाइन का इस्तेमाल ज्यादा करेंगे बल्कि वह अन्य नेटर्वकों पर भी लडलाइन से बात करेंगे। ऐसे में फायदा हमें ही होगा। उन्होंने कहा कि इस सेवा को बहुत जल्द शुरू किया जाएगा। राजधानी में एमटीएनएल के कुल उपभोक्ताओं की संख्या 23 लाख के आसपास है.

अमूल दूध कल से महंगा


राजधानी में रविवार (4/7/10) से अमूल गोल्ड (फुल क्रीम) दूध दो रुपये प्रतिलीटर महंगा हो जाएगा। दूध की कीमतों में यह बढ़ोतरी पिछले छह महीने में दूसरी बार हुई है। इससे पहले अमूल ने इस साल फरवरी में दूध की कीमतों में एक से दो रुपये तक की बढ़ोतरी की थी। अमूल ने फिलहाल यह बढ़ोतरी सिर्फ फुलक्रीम दूध में की है, लेकिन माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में टोंड दूध की कीमतों में भी बढ़ोतरी हो सकती है। बढ़ोतरी के बाद रविवार से अमूल गोल्ड दूध 32 रुपये प्रति लीटर हो जाएगा। रविवार से दिल्लीवासियों को अपने बच्चों को दूध पिलाने के लिए भी सोचना पड़ेगा। अभी पिछले सप्ताह ही पेट्रोल, डीजल और एलपीजी की कीमतों में हुई बढ़ोतरी ने लोगों का बजट बिगाड़ कर रख दिया है। अब रही सही कसर दूध की कीमतों में हुई बढ़ोतरी ने पूरी कर दी है। अमूल ने शुक्रवार को रविवार से अपने गोल्ड ब्रांड दूध की कीमतों में प्रतिलीटर दो रुपये बढ़ोतरी किए जाने की घोषणा की। राजधानी में अमूल दूध की खपत लगभग 10 लाख लीटर प्रतिदिन है। जबकि पहले स्थान पर मदर डेयरी और दूसरे स्थान डीएमएस का दूध है। अमूल द्वारा दूध की कीमतों में बढ़ोतरी के बाद माना जा रहा है कि अगले दो एक दिनों में मदर डेयरी और डीएमएस भी अपने दूध की कीमतों में इजाफा किए जाने की घोषणा कर सकते हैं, क्योंकि अब तक अमूल दूध की कीमतों में बढ़ोतरी के बाद ही यह दोनों दूध आपूर्तिकर्ता अपनी कीमतें बढ़ाते रहे है।