Monday, February 21, 2011

मुहब्बत के लिए बाजार भी तैयार


नई दिल्ली। इजहारे मोहब्बत का सप्ताह चल रहा है और जैसे-जैसे वेलेंटाइन डे करीब आता जा रहा है वैसे-वैसे बाजार पर भी खुमारी छाती जा रही है। सोमवार को वेलेंटाइन डे है और शुक्रवार को प्रोमिस डे है। इस दिन एक दूसरे को उपहार देकर दोस्ती निभाने का वादा करते हैं। इसके लिए इस वक्त बाजार में तरह-तरह की चीजों की भरमार है। जिनकी कीमत 99 रुपये से लेकर 10 हजार तक है। सप्ताह भर चलने वाले वेलेंटाइन वीक का समापन आगामी सोमवार को वेलेंटाइन डे के साथ होगा। वेलेंटाइन-डे को लेकर सबसे ज्यादा उत्साह युवाओं में होता है और इस मौके पर अपनी महिला/पुरुष दोस्त को रिझाने के लिए तरह-तरह के उपहार भी देते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए कंपनियों ने एक दूसरे को उपहार देने के लिए टेडी बियर से लेकर खिलौने, फोटो फ्रेम, मग, ज्वेलरी बाक्स, खुशबू वाला कैंडल, मेटल कैंडल, पेन होल्डर, क्रिस्टल, ज्वेलरी, रेडिमेड कपड़े, हेयर ज्वेलरी, रेड स्लीपर, लेडिज शू आदि को वेलेंटाइन स्पेशल के नाम से उतारा है। जिनके कीमतों की शुरुआत 99 रुपये से लेकर दस हजार तक है। वेलेंटाइन डे पर लड़कियों को देने के लिए तो बाजार में बहुत कुछ होता है लेकिन पुरुषों को उपहार में देने के लिए कुछ खास नहीं होता है। इसलिए इस बार पहली बार जानीमानी फैशन डिजाइनर जोडी भरत और रेशमा ने पुरुषों के लिए रेडिमेट सूट डिजाइन किये हैं। वेलेंटाइन स्पेशन इन सूटों की कीमत 50 हजार से शुरू होती है जो एक लाख के ऊपर तक जाती है। पुरुषों के अलावा महिलाओं के लिए भी रेडिमेट सूट की एक पूरी रेंज मौजूद है। इसी तरह महिलाओं के सौन्दर्य प्रसाधन बनाने वाली अंतरराष्ट्रीय कंपनी एलेक्जेन्ट्रा डी पेरिस वेलेंटाइन स्पेशल हेयर एसेसरी को बाजार में उतारा है जिसकी कीमत 1825 से लेकर 2299 रुपये के बीच है। इसी तरह अंतरराष्ट्रीय चप्पल निर्माता कंपनी क्रोक्स ने महिलाओं के लिए विशेष तौर पर वेलेंटाइन रेड स्पेशल स्लीपर और शू बाजार में उतारा है। सूर्ख लाल रंग के इन चप्पलों और जूतों की कीमत 1195 से लेकर 3295 रुपये के बीच में है। इस बार वेलेंटाइ डे पर कुछ एक होटलों ने विशेष पैकेज तैयार किये हैं। जिसमें जेपी ग्रुप ने रोमांटिक गेटवे, स्पा सेन्सेशन पैकेज तैयार किये हैं। जिसके तहत एक जोड़े को कम से कम 6000 (टैक्स छोड़कर) खर्च करने होंगे। इनके अलावा बाजार में गिफ्ट के लिए कई ऐसे उपहार हैं जो खास कर युवाओं को ध्यान में रख कर तैयार किए गए हैं। म्यूजिक कंपनियों ने लव सांग्स वाले ओडियो और वीडियो कैसेट व सीडी के सेट को वेलेंटाइन स्पेशल के नाम से बाजार में उतारा है। इनमें जहां एक ओर नये गानों को शामिल किया हैं वहीं दूसरी ओर पुरानी पीढ़ी के लोगों के पसंद को ध्यान में रखते हुए पुराने गानों का भी संग्रह पेश किया गया है। जिसमें 70 और 80 के दशक के प्रेम गीतों को शामिल किया गया है।

वेलेंटाइन-डे : होटलों व ब्यूटी पार्लरों में विशेष पैकेज

नई दिल्ली (१३/२/11)। वेलेंटाइन डे को लेकर राजधानी के होटलों और रेस्त्रा में विशेष इंजाम किए गए हैं। राजधानी के पंचसितारा होटालों ने अपने यहां वेलेंटाइन डे स्पेशल पैकेज और रेस्त्रा में विशेष व्यंजन की व्यवस्था की है। जेपी होटल ने युगलों के लिए रोमांटिक गेटवे, स्पा सेन्सेशन, वेलेंटाइन डे स्पेशल आदि पैकेज जारी किए हैं। यही नहीं इस दिन खूबसूरत दिखने के लिए ब्यूटी पार्लरों ने भी विशेष वेलेंटाइन पैकेज जारी किए हैं। जेपी होटल ने वेलेंटाइन डे स्पेशल पैकेज के तहत युगलों को कॉफी आयल मसाज, वीद चॉकलेट कीमरूट स्क्रब व चॉकलेट पैक देने की घोषणा की है। इसके लिए वह प्रति युगल 6000 रुपए (टैक्स अतिरिक्त) लेगा। इसी तरह रोमांटिक गेटवे के लिए भी प्रति युगल छह हजार चुकाने होंगे। इस दिन को यादगार बनाने के लिए अनेक ब्यूटी पार्लरों ने भी वेलेंटाइन स्पेशल पैकेज की घोषणा की है। लक्मे पार्लर की आरती ठकरियाल ने कहा कि वेलेंटाइन डे के पहले के दिन पार्लर के लिए काफी भीड़ रहती है। इस बार वेलेंटाइन डे से एक दिन पहले रविवार है, इसलिए इस दिन तो सांस लेने की भी फुर्सत नहीं होगी। अभी से ही हमारे पास इतनी बुकिंग हो चुकी है कि नए कस्टमर को अटेंड ही नहीं कर पाएंगे। मेडेन व्यूटी पार्लर की प्रमुख ललीता ने कहा कि जिस तरह से लड़कियां या औरतें शादियों में जाने या किसी समारोह में जाने के लिए सजती संवरती हैं , ठीक उसी तरह से अब वेलेंटाइन डे पर सजने के लिए पार्लरों में आती है। खनका ब्यूटी पार्लर की प्रमुख भावना ने कहा कि वेलेंटाइन डे अब एक उत्सव की तरह हो गया है। हर कोई सुंदर दिखना चाहता है इसीलिए अब इस अवसर पर महिलाएं अपनी सुंदरता को लेकर ज्यादा जागरूक हो गई हैं। रमजान हेयर ब्यूटी पार्लर की अंजलि ने कहा कि हमारे यहां इस समय सजने संवरने के लिए आने वाले लोगों में महिलाओं और पुरुषों दोनों की संख्या अच्छी है। उन्होंने बताया कि वेलेंटाइन डे के पहले हमारे यहां फेशियल, मैनी क्योर और पेडी क्योर करवाने आने वाली लड़कियों की संख्या और हमारा काम काफी बढ़ जाता है। यहां के पुरुष विंग को चलाने वाले राजू थापा ने कहा कि महिलाओं को सजने संवरने के लिए तो हमेशा अवसर मिल जाता है , लेकिन पुरुषों के लिए तो ऐसा अवसर कम ही मिलता है। अब पुरुषों में सुंदरता को लेकर जागरूकता बढ़ी है, यही वजह है किस इस साल वेलेंटाइन वीक में हमारे पास सबसे ज्यादा युवा सजने संवरने के लिए आए हैं।

रेलवे देगा एक लाख 70 हजार नौकरियां

नई दिल्ली (१३/२/11)। रेलवे इस साल एक लाख 70 हजार युवाओं को नौकरी देगा। इससे न केवल बेरोजगारी कम होगी बल्कि रेल यात्रा पहले की तुलना में और ज्यादा सुरक्षित होगी। इसकी वजह 1.70 लाख नौकरियों में से करीब 90 हजार नौकरी सिर्फ सेफ्टी रेलवे मेन्स को दी जाएगी। इस वक्त खाली पड़े 1 लाख 90 हजार पदों में से एक लाख 70 हजार पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हो गई है और 30 अप्रैल तक इसे पूरा कर लिया जाएगा। इस बात की जानकारी शनिवार को यहां आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवे (एनएफआईआर) के महामंत्री एम. रघुवइया ने दी। रघुवईया ने कहा कि हर साल रेलवे में नौ हजार कर्मचारियों की मौत होती है, जबकि औसतन एक साल में 70 हजार पद रिक्त होते हैं। उन्होंने कहा कि रिक्त पदों को भरने की मांग रेलवे यूनियनों द्वारा लंबे समय से की जा रही थी और अब जाकर इन्हें भरने की प्रक्रिया शुरू हुई है। उन्होंने कहा कि 30 अप्रैल तक इन सभी पदों को भरने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।

रेल मुसाफिरों को सुविधाओं का ग्रीन सिग्नल


नई दिल्ली। आने वाले दिनों में आनंद विहार स्टेशन पर फॉरेन एक्सचेंज, एयरपोर्ट की तरह वाटर वेंडिंग मशीन, एटीएम, फूड प्लाजा, कोच गाइड सिस्टम और इंडिकेशन बोर्ड और टच स्क्रीन इंक्वारी सिस्टम जैसी र्वल्ड क्लास सुविधाएं जल्द शुरू होने वाली हैं। उत्तर रेलवे के प्रवक्ता ने बताया कि इन चीजों पर काम चल रहा है और जल्द ये सुविधाएं उपलब्ध होंगी। उत्तर रेलवे के प्रवक्ता के अनुसार आनंद विहार देश का पहला ऐसा स्टेशन है, जिसे पूरी तरह से हैंडीकेप्ट फ्रेंडली (विकलांगों के अनुकूल) बनाया गया है। इस स्टेशन पर फिलहाल रिजव्रेशन, कंप्यूटराइज्ड एनाउंसमेंट सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक र्बड, ऑटोमैटिक टिकट वेंडिंग मशीन जैसी सुविधाओं के अलावा पानी, शेल्टर,वॉटरकूलर, वेटिंग हॉल, क्लाक रूम जैसी बेसिक सुविधाएं यात्रियों को मिल रही हैं। प्रवक्ता के अनुसार निर्माण कार्य इस तरह से किया जा रहा है कि यात्रियों को इससे किसी भी तरह की कोई परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि पूर्व की ओर जाने वाली ट्रेनों के लिए यात्रियों को किसी भी तरह की कोई समस्या न हो इसके लिए स्पेस मैनजमेंट का पूरा ख्याल रखा गया है। करीब 6000 वर्गमीटर में फैले करीब 85 करोड़ की लागत से बने स्टेशन में आने और जाने के लिए शुरुआत से ही अलग-अलग गेट की व्यवस्था की गई है। यहां आने-जाने वाली ट्रेनों की संख्या में भी लगातार इजाफा होता जा रहा है। फिलहाल यहां से लंबी दूरी की चार गरीब रथ समेत एक दर्जन एक्सप्रेस-सुपरफास्ट ट्रेनें चल रही हैं। इनमें से तीन ट्रेनें नॉर्थ-ईस्ट, पटना-जय नगर गरीब रथ को इसी सप्ताह 8 व 9 फरवरी को यहां शिफ्ट किया गया है1

भरतनाट्यम देख दर्शक हुए भाव विभोर


नई दिल्ली (१०/२/11)। सांस्कृतिक संस्था ‘कलईकुड्डूम’ की ओर से सत्य साई सभागार में शास्त्रीय नृत्य संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जानी-मानी भरतनाट्यम नृत्यांगना कोमला वरदन की देखरेख में आयोजित नृत्य के इस कार्यक्रम में गौतम बुद्ध व श्रीकृष्ण लीला पर आधारित कार्यक्रम पेश किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सात वर्षीय अनन्या के गणोश वंदना से हुई। इसके बाद भगवान शिव को समर्पित ‘पुष्पांजलि’ में कलाकारों ने भगवान शिव के विभिन्न रूपों को साकार किया। कोमला वरदन ने भगवान गौतम बुद्ध के जन्म से पहले की एक घटाना को अपने नृत्य के माध्यम से साकार किया। उन्होंने अपने नृत्य के माध्यम से यह बताने की कोशिश की कि गौतम बुद्ध के जन्म से पहले किस तरह से एक राक्षस प्रतिदिन एक मृग को अपना भोजन बनाता था और जब एक दिन एक गर्भवती मृग का नंबर आता है तो मृगों का राजा उसकी जगह खुद राक्षस के पास चला जाता है। एकल नृत्य के माध्यस से जिस तरह से कोमला वरदन इस पूरी कहानी को मंच पर नृत्य के माध्यम से साकार किया, उसे देखकर दर्शकों ने दांतों तले उंगुली दबा ली। उम्र के इस पड़ाव पर नृत्य में इतनी ऊर्जा का होना दर्शकों को हतप्रभ करने वाला था। कार्यक्रम का सामापन भगवान राम की आरती के साथ हुआ। करीब डेढ़ घंटे तक चले इस कार्यक्रम में अनन्या, रंजीता, दिव्यांस आदि कलाकारों ने नृत्य पेश किये।

नई दिल्ली का पानी बुझाएगा पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन की प्यास

नई दिल्ली। पिछले तीन वर्षो से गर्मियों में पीने के पानी की किल्लत झेल रहे पुरानी दिल्ली स्टेशन को इस वर्ष गर्मियों में पानी के लिए तरसना नहीं पड़ेगा। यात्रियों की प्यास बुझाने और ट्रेनों की साफ-सफाई के लिए यहां नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से पानी पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए नई दिल्ली से 3।7 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन बिछाने का काम चल रहा है जिसे हर हाल में मार्च के आखिर तक पूरा कर लिया जाएगा। इस पाइप लाइन के बिछ जाने के बाद यहां की पानी की समस्या लभगभ खत्म हो जाएगी। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक एस। के। बुधलाकोटी ने बताया कि पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के यात्रियों की प्यास बुझाने के लिए इस वक्त पाइप बिछाने का काम चल रहा है और अब तक एक किलोमीटर पाइप बिछाई जा चुकी है। शेष 2।7 किलोमीटर पाइप लाइन मार्च तक बिछा दी जाएगी और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से पानी की आपूर्ति शुरू हो जाएगी। उन्होंने बताया कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर जरूरत से ज्यादा पानी उपलब्ध है इसलिए इस पानी को पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर डायर्वट किये जाने से यहां के यात्रियों को किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं होगी। रेलवे अधिकारियों के अनुसार नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर यमुना रेनीवेल से पानी की आपूर्ति होती है जो जरूरत से ज्यादा है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार पुरानी दिल्ली स्टेशन पर रोज करीब साढ़े तीन लाख यात्रियों की जरूरत व ट्रेनों की साफ-सफाई के लिए रोज करीब 10 लाख लीटर पानी की आवश्यकता होती है, जिसमें से करीब पांच लाख लीटर पानी की आपूर्ति टैंकरों से की जाती है जबकि एक लाख लीटर पानी की आपूर्ति जल बोर्ड करता है। फिर भी करीब 4-5 लाख लीटर पानी की कमी बनी ही रहती है। इस स्टेशन से जाने वाली करीब सौ यात्री ट्रेनों में प्रतिदिन पानी भरा जाता है। इसके अलावा दर्जन भर से अधिक ट्रेनों का मेंटेनेंस होता है। इस पाइप लाइन के बिछ जाने से बहुत हद तक पानी की जरूरत पूरी हो जाएगी। फिलहाल स्थिति यह है कि अभी गर्मी शुरू भी नहीं हुई है और पानी की कमी को लेकर 31 जनवरी को यहां पर मूरी एक्सप्रेस के यात्रियों ने जम कर हंगामा काटा, जिसे शांत करने के लिए आला अधिकारियों को मौके पर जाना पड़ा था।

भारत-चीन सांस्कृतिक मैत्री के पुरोधा थे कुमारजीव : प्यारेलाल

नई दिल्ली (४/२/11)। बौद्ध दार्शनिक और ऋषि कुमारजीव भारत-चीन के बीच सांस्कृतिक मैत्री के पुरोधा थे। जापान में 75 हजार बौद्ध मंदिर बने हैं जिनमें से 62 हजार मंदिर कुमारजीव की ही देन हैं। माना जाता है कि भारत में ह्वेनसांग के आने से पहले कुमारजीव चीन में बौद्ध धर्म का प्रचार-प्रसार कर चुके थे। लेकिन दुर्भाग्य से अभी तक कुमारजीव के योगदान को लेकर अपने देश में बहुत कुछ नहीं किया गया है, जबकि उन्होंने संस्कृत के ग्रंथों का चीनी भाषा में अनुवाद किया और वहां (चीन) के जनमानस तक पहुंचाया। यह बात इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र के संयुक्त सचिव बीबी प्यारेलाल ने बृहस्पतिवार से शुरू हुए तीन दिवसीय सेमिनार के उद्घाटन अवसर पर कही। इस मौके पर इंटरनेशनल एकेडमी ऑफ इंडियन कल्चर के निदेशक प्रो. लोकेश चंद्रा, आईजीएनसीए के अध्यक्ष चिन्मया आर. गोरेखान, सेमिनार की कोऑर्डिनेटर प्रोफेसर शशिबाला व डॉ. अजय कुमार मिश्र के अलावा रॉयल एकेडमी ऑफ साइंस, बेल्जियम के सदस्य प्रो. चार्ल्स विल्मेन समेत 13 देशों के प्रतिनिधि मौजूद थे। इस मौके पर कुमारजीव पर आईजीसीएनए द्वारा प्रकाशित कैटलॉग भी जारी किया गया। प्रोफेसर लोकेश चन्द्रा ने कहा कि जितना काम कुमारजीव पर होना चाहिए था उतना काम हमारे यहां नहीं हुआ है, जबकि बौद्ध धर्म को भारत से बाहर स्थापित करने में उनका योगदान अहम है। उन्होंने कहा कि पिछले 16 सौ वर्षो में कुमारजीव के योगदान पर कोई काम ही नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि कुमारजीव के संस्कृत में लिखे ग्रंथों के दो लाख से अधिक पन्ने चीन के बौद्ध मंदिरों मे रखे हुए हैं। संस्कृत की उन रचनाओं पर काम भी हो रहा है। शशिबाला ने कहा कि चीन के बौद्ध मंदिरों में ऐसे ग्रंथों के पन्ने रखे हुए हैं जो अमू्ल्य हैं। कुछ ग्रंथ तो ऐसे हैं जो हमारे यहां मौजूद ही नहीं हैं। डॉ. अजय कुमार मिश्र ने कहा कि कुमारजीव पर आयोजित इस सेमिनार और प्रदर्शनी से लोगों को कुमारजीव के बारे में जानने और समझने का मौका मिलेगा। इसके लिए उन्होंने सेमिनार के आयोजक आईजीएनसीए की सराहना की।

बॉलीवुड से उत्तर रेलवे को लाखों की कमाई

नई दिल्ली। (४/२/११) कोहरे और जन आंदोलन से उत्तर रेलवे को भले ही जोर का झटका लगा हो, लेकिन इसकी भरपाई रेलवे ने बॉलीवुड से थोड़ी-बहुत जरूर कर ली है। एक वर्ष के दौरान उत्तर रेलवे ने विभिन्न फिल्मों और डॉक्यूमेंट्री फिल्मों की शूटिंग से लाखों की कमाई की है। हालांकि, इस कमाई से कोहरे और आंदोलन के चलते हुए घाटे को नहीं पाटा जा सकता, लेकिन थोड़ी- बहुत भरपाई जरूर की जा सकती है। अप्रैल से अब तक उत्तर रेलवे के विभिन्न स्टेशनों पर तीन फिल्मों की शूटिंग हुई है, जिनकी परमिशन फीस के रूप में ही उत्तर रेलवे को 10.75 लाख रुपए मिले हैं, जबकि ट्रेनों को फिल्मों में शूट किए जाने से जो किराया मिला है, वह इससे कई गुना अधिक है। उत्तर रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक चंडीगढ़, देहरादून व पंजाब के कुछ एक स्टेशनों पर इस साल तीन फिल्मों की शूटिंग हुई है। इसमें कंगना राणावत की ‘तनू वेड्स मनू’ भी शामिल है। इसके अलावा दो और अनाम फिल्में है, जिनकी शूटिंग देहरादून और पंजाब के विभिन्न इलाकों में हुई है। उत्तर रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी राजेश खरे के अनुसार ‘तनू वेड्स मनू’ की शूटिंग चंडीगढ़ में करीब एक सप्ताह हुई थी। इसी तरह, एक अन्य फिल्म की शूटिंग देहरादून और दूसरी अन्य फिल्म की शूटिंग राजधानी के आसपास में हुई है। उन्होंने कहा कि ट्रेनों के भीतर, स्टेशनों पर खड़ी ट्रेनों के बाहर आदि की शूटिंग के लिए इस साल परमिशन फीस के रूप में अप्रैल से अब तक उत्तर रेलवे को सिर्फ फीस के रूप में 10.75 लाख रुपए मिले हैं, जबकि ट्रेनों के किराये के रूप में यह आंकड़ा कई गुना ज्यादा है। उन्होंने बताया कि ए-श्रेणी के शहरों के स्टेशनों पर या ट्रेनों मे शूटिंग करने के लिए परमिशन फीस एक लाख है जबकि बी-श्रेणी के लिए 50 हजार और सी-श्रेणी के शहरों के लिए 25 हजार रुपये फीस तय है। खरे के अनुसार शूटिंग के लिए ट्रेनों को किराये पर लेने पर फिल्म निर्माता से 9 लाख रुपये की सिक्युरिटी ली जाती है। इसके अलावा निर्माता को पांच करोड़ रुपये का बीमा भी करवाना होता है। उन्होंने बताया कि एक दिन की शूटिंग का खर्च 5-6 लाख से अधिक ही बैठता है। उन्होंने कहा कि शूटिंग की अनुमति यहां से मिलती है जबकि किराये की राशि जिस स्टेशन पर शूटिंग होनी होती है, वहां जमा होती है।

कैनवस के जरिये यौन शिक्षा

नई दिल्ली (२/२/11)। युवाओं में एचआईवी/एड्स के प्रति जागरूकता लाने का बीड़ा दो युवा कलाकारों ने उठाया है। ये दोनों कलाकार अपने चित्रों के माध्यम से एक काल्पनिक सुपर हीरो ‘सुपरमैन’ के माध्यम से सुरक्षित यौन संबंध बनाने का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। जीतेन ठकराल और सुमेर टागरा द्वारा बनाये चित्रों की यह प्रदर्शनी ‘पुट इट ऑन अगेन’ शीर्षक से नेचर मोत्रे गैलरी में चल रही है। प्रदर्शनी में कुल छह पेंटिंग को डिस्पले किया गया है। जीतेन ठकराल ने कहा की हर लड़की का आदर्श पुरुष ‘सुपरमैन’ जैसा होता है। सुपरमैन रबर की बनी पोशाक पहनता है और दुनिया को बचाता है। हमने ने भी सुरक्षित यौन संबंधों के प्रचार प्रसार के लिए उसे एक उपमा के तौर पर प्रयुक्त किया है। उन्होंने कहा कि हम इंटरनेट के दौर में रह रहे हैं जहां हम अश्लील फिल्में तो देख सकते हैं लेकिन बड़ों के साथ सेक्स के बारे में बात नहीं कर सकते। हमें लगता है कि यह समय कला के माध्यम से सेक्स के बारे में हमारे व्यवहार का विश्लेषण करने का है। जीतेन ने कहा कि एचआईवी/एड्स पर काम करना का आइडिया तब आया जब हम दोनों एक एड एजेंसी में काम कर रहे थे और वहां एक सरकारी विभाग से एड्स पर कार्यक्रम बनाने का काम मिला। उस दौरान हमने महसूस किया कि एड्स के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए जो भी कार्यक्रम बनते हैं उनका असर किसी पर नहीं होता है। जीतेन और समीर अपनी कला के माध्यम से उन स्थानों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं जहां एचआईवी के खिलाफ परंपरागत अभियान नहीं पहुंच पाया है।

‘कल्पना चावला महिलाओं की उड़ान का प्रतीक’


नई दिल्ली (२/२/११)। अंतरिक्ष यात्री स्व. कल्पना चावला महिलाओं की उड़ान की प्रतीक है। उन्होंने भारतीय महिलाओं की उड़ान को अंतरिक्ष तक पहुंचाया। कल्पना चावला की पुण्य तिथि को महिला सशक्तिकरण दिवस के रूप में मनाया जाना चाहिए। यह बात पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज ओल्ड ब्वॉयज एसोसिएशन (पिकोवा) के महासचिव अमरजीत सिंह कोहली ने मंगलवार को यहां विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी 11 महिलाओं को सम्मानित करने के लिए आयोजित कल्पना चावला सम्मान समारोह में कही। समारोह में स्व. कल्पना चावला के पिता बनवारी लाल चावला ने इन महिलाओं को 8वां कल्पना चावला एक्सीलेंस अवार्ड प्रदान किया। कल्पना चावला की स्मृति में पिकोवा की ओर से नेशनल साइंस एकेडमी में आयोजित इस समारोह में संस्कृतिकर्मी पद्म विभूषण डा. कपिला वात्स्यायन, फैशन डिजाइनर रितु बेरी, कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक विजेता कृष्णा पूनिया, नृत्यांगना शोभना नारायण सहीत कुल 11 महिला हस्तियों को सम्मानित किया गया। पुरस्कार पाने वाली हस्तियों में राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष डा. मोहिनी गिरि, समाजसेविका नौरती, पेंटर नीता महिन्द्रा, दक्षिणी धुव्र विजेता रीना कौशल, अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी सोहिनी कुमारी, प्रसिद्ध लेखिका मनोरमा जफा व आईपीएस अधिकारी कंवलजीत देओल शामिल हैं। पुरस्कार स्वरूप सभी को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किये गए।