नई दिल्ली।
खेल-खेल में बच्चों के व्यक्तित्व विकास और उन्हें हुनरमंद बनाने का
सिलसिला अगले महीने से शुरू हो जाएगा। अगले महीने से शुरू होने वाले समर
वर्कशॉप में दाखिला दिलाने के लिए अभिभावकों ने दौड़ लगानी शुरू कर दी है।
इस बार राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) ने राजधानी के नौ स्कूलों में
समर वर्कशॉप चलाए जाने की घोषणा की है, जबकि साहित्य कला परिषद ने 50 से
अधिक जगहों पर अपना वर्कशॉप चलाए जाने की बात कही है। एनएसडी और साहित्य
कला परिषद का वर्कशॉप मई महीने के तीसरे सप्ताह में शुरू होगा, जबकि बाल
भवन ने पहले सप्ताह से ही वर्कशॉप शुरू किये जाने की बात कही है। समर
वर्कशॉप के प्रति अभिभावकों की बढ़ती रुचि का अंदाजा इसी बात से लगाया जा
सकता है कि प्रतिवर्ष समर वर्कशॉप कराने के लिए भरे जाने वाले फार्मो की
संख्या में 20 से 30 फीसद तक का इजाफा हो रहा है। लोगों की बढ़ती रुचि का
फायदा उठाने के लिए सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं के अलावा स्कूलों ने भी
अपने-अपने स्तर पर ग्रीष्मकालीन कार्यशाला का आयोजन करना शुरू कर दिया है।
इसके लिए स्कूल और प्राइवेट संस्थाएं अभिभावकों से मोटी रकम लेती हैं।
राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) की ओर से इस वर्ष नौ सेंटरों पर
कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। 18 मई से 17 जून तक चलने वाली इस कार्यशाला
में एक सेंटर में कम से कम 90 और अधिक से अधिक 120 बच्चे होते हैं। इन्हें
अलग-अलग ग्रुप में बांटकर तीन-तीन प्रशिक्षक अभिनय का प्रशिक्षण देते हैं।
एनएसडी की ओर जिन स्कूलों में कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा, उनमें
महाराजा अग्रसेन पब्लिक स्कूल (अशोक विहार), हैप्पी मॉडल स्कूल (जनकपुरी),
ग्रेट मिशन टीचर्स ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (सेक्टर-5, द्वारका), एनपी गल्र्स
सेकेंड्री स्कूल (सुजान सिंह पार्क), एनपी को- एड मिडिल स्कूल (हेवलोक
स्क्वेयर, आरएमएल अस्पताल के पास), एल्कान पब्लिक स्कूल (मयूर विहार फेज-1)
और डीएवी पब्लिक स्कूल, श्रेष्ठ विहार शामिल हैं। इसी तरह, साहित्य कला
परिषद की ओर से इस बार राजधानी के 50 से अधिक जगहों पर ग्रीष्मकालीन
कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। इसकी शुरुआत मई के तीसरे सप्ताह से होगी।
दिल्ली सरकार की ओर से आयोजित होने वाली इस कार्यशाला में हिस्सा लेने के
लिए बच्चों को किसी भी तरह का कोई शुल्क नहीं चुकाना होगा। लेकिन एनएसडी की
ओर से चलाई जाने वाली कार्यशाला के लिए प्रति छात्र 500 रुपये देने होंगे।
फार्म के लिए अलग से 50 रुपये चुकाने होते हैं। साहित्य कला परिषद के सचिव
शेखर वैष्णवी की मानें तो इस बार चारों जोन के 50 से अधिक पब्लिक और
सरकारी स्कूलों में कार्यशाला आयोजित की जाएगी, जिसमें चार हजार से अधिक
बच्चों को डेढ़ सौ से अधिक प्रशिक्षक ट्रेनिंग देंगे। राष्ट्रीय बाल भवन की
ओर से छुट्टी होने के साथ ही स्कूलों में ग्रीष्मकालीन कार्यशाला शुरू कर
दी जाएगी, जो जून के आखिर तक चलेगी। यहां बच्चों को प्रशिक्षण के लिए सबसे
कम फीस देनी होती है। यहां 5 से 12 साल के बच्चों को एक साल के रजिस्ट्रेशन
के लिए महज 50 रुपये व 13 से 16 साल के बच्चों को 100 रुपये देने होते
हैं। रजिस्ट्रेशन कराने वाले बच्चे वषर्भर बाल भवन में होने वाले तमाम तरह
के वर्कशाप में हिस्सा ले सकते हैं। बच्चों को राजधानी के तमाम इलाकों से
भवन तक लाने के लिए बस की फैसिलिटी भी भवन की ओर से मुहैया कराई जाती है।
इसके लिए बच्चों को दूरी के हिसाब से शुल्क चुकाना होता है। यहां बच्चे
खेल- खेल में फोटोग्राफी, कम्प्यूटर, क्ले मॉडलिंग, वुडवर्क, वीडियोग्राफी,
पेंटिंग्स, खेलकूद, संगीत, नृत्य, अभिनय आदि का प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते
हैं। साहित्य कला परिषद को छोड़कर एनएसडी और बाल भवन में रजिस्ट्रेशन शुरू
हो चुका है। इनके अलावा कई पब्लिक स्कूलों की ओर से निजी तौर पर
ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित किए जाते हैं, लेकिन इसके लिए
छात्रों से मोटी रकम वसूली जाती है।
कौन-कौन से संस्थान चलाते हैं ‘समर वर्कशॉप’
राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय साहित्य कला परिषद श्रीराम सेंटर राष्ट्रीय
बाल भवन राष्ट्रीय प्राकृतिक विज्ञान केंद्र इनके अलावा कई गैर सरकारी
संस्थानों की ओर से भी समर वर्कशॉप का आयोजन किया जाता है। कितना लगेगा
शुल्क 50 रुपये से लेकर 500 रुपये तक (सरकारी संस्थाओं में)। निजी
संस्थाओं और स्कूलों की ओर से चलाए जाने वाले समर वर्कशॉप के लिए चुकाने
होंगे 500 से 7500 रुपये तक। निजी संस्थाओं के समर वर्कशॉप की फीस एनिमेशन
कोर्स के लिए 1000 से लेकर 3500 रुपए तक डांस के लिए 500 से 3000 रुपए तक
म्यूजिक के लिए 750 से लेकर 3000 रुपए तक फुटबाल व स्केटिंग के लिए 350
से 1500 रुपए तक कम्प्यूटर कोर्स के लिए 750 से 4500 रुपए तक आर्ट एंड
क्राफ्ट के लिए 250 से 1000 रुपए तक।
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