Sunday, September 5, 2010

खेलों के साथ नाटक व नृत्यों का भी चलेगा दौर



कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों व नाटकों का कलाप्रेमी जमकर लुत्फ उठाएंगे। खेलों के दौरान प्रतिदिन औसतन छह और दस दिनों के भीतर लगभग पांच दर्जन लोकप्रिय नाटकों का मंचन किया जाएगा, जबकि गेम्स से पहले और बाद के नाटकों को मिलाकर यह आंकड़ा सौ से अधिक है। इनमें वैसे नाटकों को शामिल किया गया है जिनकी लोकप्रियता देश के अलावा कॉमनवेल्थ देशों में भी खूब रही है। नाटकों की लोकप्रियता को देखते हुए विदेशी मेहमानों को दिखाने के लिए दिल्ली सरकार ने इन्हें प्रायोजित करने की घोषणा की है। कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान दिल्ली श्रीराम भारतीय कला केन्द्र रामायण पर आधारित नृत्य नाटिका ’श्रीराम‘ के 10 विशेष शो आयोजित करेगा। यह विशेष शो दिल्ली सरकार द्वारा प्रायोजित होगा। ये शो 4-13 अक्टूबर के बीच श्रीराम भारतीय कला केन्द्र में होंगे। यह शो पूरी तरह से विदेशी मेहमानों के लिए होगा। वहीं दूसरी ओर कॉमनवेल्थ गेम्स को देखते हुए राष्ट्रीय नाट विद्यालय (एनएसडी) महीने भर के अंदर 37 नाटकों के 49 शो करेगा। एनएसडी के जनसंपर्क अधिकारी अनूप बरूआ के अनुसार 6 से 16 सितम्बर तक नार्थ ईस्ट थियेटर फेस्टिवल का आयोजन किया जाएगा। जिसमें असमी, गारो, मिजो, राभा, मणिपुरी व ब्राजवली आदि स्थानीय भाषाओं के 9 नाटकों का मंचन होगा। एनएसडी रंगमंडल दो नाटकों ’लिटिल बिग ट्रेजडीज‘ के सात शो व ’बेगम का तकिया‘ के पांच शो करेगा। गेम्स के समय 1से15 तक जश्ने-ए-बचपन का आयोजन किया जाएगा। जिसमें भारत समेत नेपाल, बांग्लादेश, अफगानिस्तान और जर्मनी के कुल 26 नाटक मंचित होंगे। इसके अलावा इस दौरान देश भर से आये 600 बाल कलाकारों का दल एनएसडी द्वारा आयोजित बाल संगम नाट महोत्सव के तहत अपनी नाट कला का प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान संगीत नाटक अकादमी की ओर से 4 से 13 अक्टूबर के बीच श्रीराम सेंटर में नृत्य- संगीत के दर्जन भर कार्यक्रम आयोजित होगे। जबकि श्रीराम सेंटर गेम्स और खिलाड़ियों को वेलकम करने के लिए ’भूमि कन्या पिता‘ नाटक का तीन शो आयोजित करेगा। यह शो 28 से 30 सितम्बर के बीच श्रीराम पेक्षागृह में आयोजित किये जाएंगे। श्रीराम सेंटर द्वारा आयोजित नाटकों को छोड़कर अन्य सभी नाटकों में प्रवेश निमंत्रण पत्र पर होगी। गेम्स के दौरान दस दिनों में ले सकेंगे 60 नाटकों का लुत्फ सरकार प्रायोजित नाटकों में प्रवेश निशुल्क विदेशी दर्शकों के लिए होगा नृत्य नाटिका’श्रीराम‘ का विशेष प्रदर्शन कॉमनवेल्थ गेम्स के दोरान किया जायेगा .

Wednesday, September 1, 2010

पेंटिंग्स से होगा विदेशी मेहमानों का स्वागत


कॉमनवेल्थ गेम्स का और विदेशी मेहमानों का स्वागत करने के लिए अब 22 राज्यों के चित्रकारों ने अपनी दिलचस्पी दिखाई है। राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त ये कलाकार (पेंटर) सितम्बर के तीसरे सप्ताह में राजधानी पहुंचेंगे और इनके द्वारा बनाई गई कलाकृतियों की एक भव्य प्रदर्शनी ललित कला अकादमी की गैलरी में लगाई जाएगी। ’कंटेम्पोरेरी कट‘ शीषर्क से आयोजित होने वाली इस प्रदर्शनी में 22 राज्यों के 50 कलाकारों की ढाई सौ कलाकृतियों को शामिल किया गया है।
इस प्रदर्शनी के आयोजक कलाकार श्रीकांत पाण्डेय ने कहा कि कॉमनवेल्थ गेम्स देश की प्रतिष्ठा से जुड़ा हुआ है, और इसे लेकर हर किसी में जिज्ञासा है। हर कोई अपने तरीके से इस गेम्स का वेलकम करना चाहता है। उन्होंने बताया की 22 सितम्बर से शुरू होने वाली इस प्रदर्शनी में के.आर सुब्बना, अमिताभ भौमिक, राजेन्द्र प्रसाद, मिलन देसाई, ईश्वर दयाल, वेद नायर, प्रेम सिंह, शंकर घोष, प्रणाम सिंह, रघु नेवरे, सुरेश शर्मा जैसे जाने-माने कलाकार शामिल है। प्रदर्शनी में शामिल कलाकृतियों में महिला पात्रों के जीवन के अलग-अलग रंगों व भावों की अनुभूतियां कैनवास पर देखने को मिलेगी। इसके अलावा भारतीय ग्रामीण परिवेश, जनजातीय सभ्यता, संस्कृति, तीजत् यौहार व अन्य देसी पहलुओं को करीब से जानने का मौका प्राप्त हो सकेगा। सभी कलाकार देश की इज्जत से जुड़े कॉमनवेल्थ गेम्स का स्वागत अपने तरीके से खुद के खर्चे पर कर रहे है।