Wednesday, August 25, 2010

आनंद विहार के ‘वर्ल्ड क्लास स्टेशन’ बनने में अड़चनें


दस महीने पहले शुरू हो चुके आनं द विहार रेलवे स्टेशन को ‘वर्ल्ड क्लास स्टेशन’ बनाए जाने की कवायद तक शुरू नही हो पाई है। इसकी वजह अभी तक इसके लिए कंसल्टें ट का चयन नही होना बताया जा रहा है। इतना ही नही दूसरे चरण के लिए अभी तक टेंडर भी फाइनल नही हुआ है, जिसकी वजह से इस स्टेशन को वर्ल्ड क्लास स्टेशन का खिताब मिलना दूर की कौड़ी नजर आ रही है। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पहुंचने वाले यात्रियों की भीड़ को कम करने के लिए आनंद विहार रेलवे स्टेशन की शुरुआत की गई थी। पिछले दस महीने से इस स्टेशन से नियमित रूप से आधा दर्जन से अधिक ट्रेनों का परिचालन हो रहा है। इसके अलावा यहां से स्पेशल ट्रेनें भी चलाई जा रही है, लेकिन अभी तक इस स्टेशन पर बुनियादी सुविधाएं तक नही हैं। इसकी वजह से यहां पहुंचने वाले यात्रियों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। यह स्थिति तब है, जब इस स्टेशन को वर्ल्ड क्लास स्टेशन बनाया जाना है। लेकिन समस्या यह है कि वर्ल्ड क्लास स्टेशन कैसा होगा, इसके बारे में बताने के लिए कंसल्टेंट का चयन उत्तर रेलवे ने नही किया है, जिसकी वजह से दूसरे फेज का काम ठप पड़ा है। दूसरे फेज का काम ठप पड़ने की वजह निर्माण कार्य के लिए ठेकेदार नही मिलना बताया जा रहा है।
उत्तर रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी एएस नेगी के अनुसार दूसरे चरण के लिए जून में टेंडर जारी किया गया था, जिसके बाद लगभग 14 एजेसियो ने ठेका हथियाने के लिए टेडर भरा है। अभी इनमें से किसी एक का चयन नही किया गया है, लेकिन बहुत जल्द चयन कर लिया जाएगा। आनं द विहार रेलवे स्टेशन नियमित ट्रेनो का संचालन होता है। इसके अलावा कई स्पेशल ट्रेनो का संचालन भी इन्ही तीन प्लेटफामो से किया जा रहा है। शेष चार प्लेटफामो का निर्माण दूसरे फेज मे किया जाना था। पहले चरण के निर्माण मे रेलवे ने 85 करोड़ रुपए खर्च किए थे, जबकि दूसरे चरण में 145 करोड़ खर्च किया जाना है। सूत्रों के अनुसार अगर दूसरे चरण का काम शुरू भी हो जाता है, तो यह कौन बताएगा कि वर्ल्ड क्लास स्टेशन के लिए यहां कैसी सुविधा होनी चाहिए। इसलिए सबसे पहले तो कंसल्टेंट का चयन किया जाना है।

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